Top 10 Hindi Shayari Collection 2015
तेरे लिए तो हूँ मैं बस वक़्त का एक बुलबुला, जितना जीना था जी लिया, लो अब मैं चला | तुझे याद करता हूँ तो बढ़ जाती है तकलीफ़ें, ऐ ज़िन्दगी तू यहीं ठहर, लो अब मैं चला | _____________________________________ दस्तूर के लिखें पर टिकना, मुनासिब नहीं दोस्तों.. ये अक्सर मौके कम.. और धौके ज़्यादा देता है। _____________________________________ तुम बताओ तो मुझे किस बात की सजा देते हो। मंदिर में आरती और महफ़िल में शमां कहते हो। मेरी किस्मत में भी क्या है लोगो जरा देख लो, तुम या तो मुझे बुझा देते हो या फिर जला देते हो _____________________________________ अब तो ख़ुशी का ग़म है न ग़म की ख़ुशी मुझे बे-हिस बना चुकी है बहुत ज़िंदगी मुझे वो वक़्त भी ख़ुदा न दिखाए कभी मुझे उन की नदामतों पे हो शर्मिंदगी मुझे _____________________________________ हमारा ज़िक्र भी अब जुर्म हो गया है वहाँ दिनों की बात है महफ़िल की आबरू हम थे ख़याल था कि ये पथराव रोक दें चल कर जो होश आया तो देखा लहू लहू हम थे || _____________________________________ वो बेवफा हमारा इम्तेहा क्या लेगी… मिलेगी नज़रो से नज़रे तो अपनी नज़रे ज़ुका लेगी… उ