उसके साथ रहते रहते हमें चाहत सी हो गई, उससे बात करते करते हमें आदत सी हो गई, एक पल भी ना मिले तो नज़रे बेचैन सी रहती है, दोस्ती निभाते निभाते हमें महोब्बत सी हो गई.. ...
Apni to mohabbat ki itni kahani hai, Tooti hui kashti or thera hua pani hai, Ek phool kitabon may dam tor chuka hai, Magar kuch yaad nahi aata yeh kis ki nishani hai…
गुलाब मुहब्बत का पैगाम नहीं होता, चाँद चांदनी का प्यार सरे आम नहीं होता, प्यार होता है मन की निर्मल भावनाओं से, वर्ना यूँ ही राधा-कृष्ण का नाम नहीं होता... ...